लखनऊ : इमामबाड़ा नाज़िम साहब से निकला चुप ताजिये का जुलूस
अय्याम-ए-अजा का आखिरी चुप ताजिये का जुलूस मंगलवार सुबह इमामबाड़ा नाज़िम साहब से निकला गया। जुलूस में नम आंखों से अजादारों ने इमाम हुसैन सहित कर्बला के 72 शहीदों को विदाई दी। जुलूस में मर्सियाखान वजीर हसन इमाम हुसैन की रुखसत को अपने मखसूस अंदाज में पढ़ रहे थे। जिसे सुनकर कर अजादारों की आंखों में आंसू आ गए।
चुप ताजिये का जुलूस सुबह नमाज बाद विक्टोरिया स्ट्रीट स्थित इमामबाड़ा नाज़िम साहब से गमगीन माहौल में निकला, जो अपने निर्धारित मार्ग से होता हुआ सहादतगंज के रौजा-ए-काजमैन तक गया। जहां अलविदाई मजलिस हुई। मजलिस बाद अंजुमनों ने अपने-अपने अलम के साथ नौहखुवानी व सीनाजनी की। मजलिस व मातम का सिलसिला देर रात तक जारी रहा। वहीं गोलागंज स्थित मलका जमानी में अलविदाई मजलिस हुई, जिसको मौलाना अनवर हुसैन ने खिताब कर इमाम हुसैन सहित 72 शहीदों के मसाएब बयान किये। मजलिस बाद मक़बरे की अंजुमन ने नौहखुवानी व सीनाजनी के साथ अलम व ताबूत निकाला जो मकबरा आलिया की मस्जिद ले जाया गया।
0 Response to "लखनऊ : इमामबाड़ा नाज़िम साहब से निकला चुप ताजिये का जुलूस"
Post a Comment